Tuesday 6 November 2018

रोहित में कुछ बात ही अलग है..

क्रिकेट की जब भी बात आती है तो हमारे देश मे क्रिकेट को पूजा जाता है। लोगो की भावनायें इससे जुड़ी होती है। एक तरफ गुस्सा तो एक तरफ प्यार भी आता है। भारतीय क्रिकेट टीम की अगर हम बात करे तो हमे "महेंद्र सिंह धोनी" जिन्होंने 3 ट्राफी भारत को दिलाई जिनको हम भारतीय क्रिकेट टीम का दिल कहते है औऱ दूसरी तरफ भारत की धड़कन कप्तान "विराट कोहली" जो इस भारतीय टीम को आगे लेकर चल रहे है और जब भी भारतीय टीम या किसी मैच की बात होती है तो लगता है आज विराट कोहली ने एक और नया रिकॉर्ड बनाया या एक और शतक लगा दिया है, आज धोनी ने विकेट के पीछे एक नया रिकॉर्ड बना दिया है!!  लेकिन आज बात न कोहली की न ही धोनी है कि,,, भारतीय टीम में एक ऐसा खिलाड़ी भी है जो अपनी अलग ही कहानी लिख रहा है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी अलग पहचान रखता है,  जब ये मैदान पर होता और अगर लय में है तो इससे खूबसरत कुछ भी नही लगता!

  वनडे में 21 शतक, 3 दोहरे शतक, टी20 में 4 शतक, 3 आईपीएल खिताब, 6 बार से ज्यादा 150 प्लस! औऱ कोई नही हम बात कर रहे है भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर रोहित गुरुनाथ शर्मा जिन्हें हम Rosuperhit शर्मा के नाम से भी जानते है। अपने 11 साल के करियर में इस बल्लेबाज ने अपना अलग ही स्थान बना लिया है अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रोहित शर्मा एकमात्र ऐसे बल्लेबाज है जिन्होंने 3 दोहरे शतक, 6 बार से ज्यादा 150 प्लस का रिकॉर्ड, टी20 में एकमात्र अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी जिसने 4 शतक लगाए है। रोहित शर्मा की खास बात जब ये खिलाड़ी खेलता है तो खेल को इतना आसान बना देता है ऐसा लगता है जैसे मैदान इनके लिए छोटा हो। रोहित शर्मा ने अपनी बल्लेबाजी के दम पर एक से एक खिलाड़ी को अपना कायल बना दिया है। बड़े से बड़े खिलाड़ी आज रोहित के मुरीद है, और हो भी क्यों न रोहित में बात ही कुछ अलग है! हम यही उम्मीद करते है कि आज रोहित शर्मा जिस मुकाम में है इसे वे और आगे बढ़ाए साथ ही भारत को ऐसे ही गौरवान्वित करते रहे! क्योंकि रोहित जैसे खिलाड़ी सिर्फ 1 बार ही आते है! रोहित शर्मा ने जो इतनी खुशियां और भारत को जीत दिलाई है। उनके लिये आगे बस इतना ही कहना चाहूंगा कि, जब भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इतिहास, रिकॉर्ड, शतक की बात होगी रोहित शर्मा का नाम उसमे अलग से होगा!

कर दिखाओ कुछ ऐसा , दुनिया करना चाहे आपके जैसा!
               Thankyou Rohit

~ Meriaankhonse!

Sunday 16 September 2018

आखिर कब तक बनती रहेंगी नन्ही जाने दुष्कर्म का शिकार?

कराहती हुई आवाज़ में एक बच्ची कहती है मां, मुझे ठीक कर दो, या मार डालो... माँ मुझे बचा लो या माँ मार दो,,
माँ मुझे नही जीना ऐसे संसार मे जहाँ मेरी कोई इज्ज़त नही...
ये शब्द उस 7 साल की मासूम बच्ची के है जो आज से 2 महीने पहले मध्यप्रदेश के मंदसौर में  दरन्दगी का शिकार बनी थी.. और दिल्ली के निर्भया हत्या कांड की यादें एक फिर पूरे देश ने देखी.. आखिर क्या कसूर था उस बच्ची का यही की वह एक 7 साल की मासूम लड़की है ।

ज़रा सोचिए.. एक बच्ची को दिल्ली की सड़को में दुष्कर्म कर उसके अंग अंग को काटकर मार दिया जाता है,  कठुआ में एक बच्ची को उसके ही रिश्तेदार दुष्कर्म कर मंदिर के पीछे मार देते है, मंदसौर में एक मासूम को चॉक्लेट बिस्कुट के बहाने स्कूल से ले जाकर ऐसे कतिपय लोग दुष्कर्म कर उस मासूम की आंते  तक बाहर निकाल देते है, इंदौर में एक 4 महीने की बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसे रोड में फेक दिया जाता है, सतना में एक 5 साल की बच्ची के साथ बलात्कार कर जंगल मे उसे छोड़ दिया जाता है। और इतना ही नही 17  शिक्षक  मिलके एक लड़की के साथ महीनों से दुष्कर्म करते आते है और वो लड़की किसी को बता नही पाती उसे इतना डराया धमकाया जाता है की शायद वह पहले ही मर चुकी होती है। और भी ऐसे कई मामले सामने आए जहाँ रिश्तेदार, बाप, चाचा तक ने दरन्दगी की हदे पर कर दी। जब ये बच्ची बड़ी होंगी आखिर क्या सोचेंगी, क्या इनकी इज्जत रह जायेगी, ये तो जीते जी ही मर चुकी है! बढ़ते दुष्कर्म अपराध पर आज एक माँ भी यही कहती ही कि नही चाहिए बेटी आखिर क्या करेगी दुनिया मे आके, और नही चाहिए ऐसा बेटा जो हैवान बने।

आज भी एक खबर पढ़ने के बाद खुद को रोक नही पाया लिखने से, मध्यप्रदेश के होशंगाबाद में 58 मूक-बधिर बलिकाओं  के साथ 15 साल से दुष्कर्म, छेड़छाड़ का मामला सामने आया। सोचने वाली बात यह है कि ये मामले आये दिन निकलर सामने आते है और रुकने की वजह बढ़ते ही जा रहे है। एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश दुष्कर्म के मामले में पहला और दूसरे स्थान में है। अब तो हाल ये है कि न्यूज़ पेपर पढो तो खबर आती है मासूम के साथ छेड़छाड़, रेप बस यही सब ज्यादा होता है।

फिर भी सवाल यही हैं कि आखिर मासूम, नन्ही जाने ही क्यों बनती है शिकार?  एक रिपोर्ट के मुताबिक मासूम बच्ची सॉफ्ट होती है जल्दी ही किसी की भी बातों में आ जाती है इसीलिए भी इनका शिकार ज्यादा होता है। एक तरफ बेटी बचाओ का नारा दूसरी तरफ बेटी से दुष्कर्म, हत्या जैसे अपराध।
'' ख़ून खौलता है ऐसे बर्बर कृत्य का सुनकर ही! एक बच्ची को देखकर किसी के मन में ऐसे ख़्याल भी कैसे आ सकते हैं! कोई ऐसी भी प्रक्रिया हो कि जितना जघन्य अपराध, उतनी ही ख़ौफ़नाक सज़ा' '! 

बस इतना ही कहूंगा सरकार फास्टट्रैक , पोक्सो एक्ट जैसे नियम कानून बना तो देती है पर क्या इसका कोई असर हो रहा है नही? न ही ऐसे अपराध कम हो रहे है?  ज़रूरत है इससे भी कठोर निर्णय की ताकि इन अपराधों को रोका जा सके।
जररूत है बर्बर बलात्कारीयों के ख़िलाफ़ तख़्तियाँ बराबर उठाने की।  जररूत है एक ऐसे कानून की जिसमे ऐसा सोचने पर भी रूह कांप ऊठे।🙏
- मेरी आंखों से

Thursday 16 August 2018

भारत का रत्न आज खो गया, धरती से एक फ़रिश्ता स्वर्ग को चला

एक तरफ जहाँ पूरा हिंदुस्तान आजादी का जश्न मना रहा था, देशभक्ति सारे हिंदुस्तान में छाई हुई थी, शहीदों को याद नमन, वंदन किया जा रहा था! तो वही दूसरी ओर क्या पता था कि देश एक रत्न खोने जा रहा है! क्या पता था अगले ही दिन देश का रत्न स्वर्ग को हो चलेगा..!!

खून क्यों सफेद हो गया?
भेद में अभेद खो गया.
बंट गये शहीद, गीत कट गए,
कलेजे में कटार दड़ गई.
दूध में दरार पड़ गई...!

ठन गई! 
मौत से ठन गई! 
जूझने का मेरा इरादा न था, 
मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था, 
रास्ता रोक कर वह खड़ी हो गई, 
यों लगा ज़िन्दगी से बड़ी हो गई..!

इन कविताओं को पढ़ के बस एक ही शख्स की याद आती है
पद्म विभूषण, लोकमान्य तिलक पुरस्कार, भारतरत्न और वो है अटल बिहारी वाजपेयी जी। लेकिन अब उन्हें हम सिर्फ याद ही कर सकते है 15 अगस्त 2018 जहाँ सारा देश आजादी के जश्न में था और 16 अगस्त जहाँ सारा देश आज अटल जी की याद में गमगीन एक सदमे में है। भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी अब हमारे बीच नहीं हैं। देश के इतिहास में सबके प्रिय नेता की बात चलेगी तो पहला नाम अटल जी का ही आयेगा, क्या विपक्ष, क्या समर्थक, क्या दुश्मन देश, पाकिस्तान के राजनेता और क्या कश्मीर के जेहादी। अटल जी जब भी कुछ कहते थे दुनिया उन्हें सुनती थी। 25 दिसम्बर 1924 से 16 अगस्त 2018 जिदंगी का एक ऐसा सफर जिसने सारे हिन्दुस्तान को बदला कर रख दिया।

एक कवि, एक पत्रकार,  एक प्रवक्ता, एक संस्थापक, एक प्रधानमंत्री क्या कहूँ बस इतना ही कहूंगा कि -

*अटल वो जिसने भारत को निर्विवाद रूप से विश्व मानचित्र पर एक सुदृढ वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित किया।
*अटल वो जिसने देश की सुरक्षा के लिये साहसी कदम उठाये।
*अटल वो जिसने पाकिस्तान से संबंधों में सुधार की पहल की।
* अटल वो जिसने सरकारी खर्चे पर रोजा इफ़्तार शुरू किया।
*अटल वो जिसने राष्ट्रधर्म, पाञ्चजन्य और वीर अर्जुन आदि राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत अनेक पत्र-पत्रिकाओं का सम्पादन भी किया।
* अटल वो जिसने गैर काँग्रेसी प्रधानमन्त्री पद के 5 साल बिना किसी समस्या के पूरे किए। उन्होंने 24 दलों के गठबंधन से सरकार बनाई थी जिसमें  81 मन्त्री थे।
* अटल वो जो पहले विदेश मंत्री थे और संयुक्त राष्ट्र संघ में हिन्दी में भाषण देकर भारत को गौरवान्वित किया था।
*अटल वो जिसने, पहले रणभूमि में शहीद सैनिकों के शव घर नहीं भेजे जाते थे। अटल जी की ही संवेदना और राष्ट्रधर्म था कि ये हक उन्होंने शहीदों को दिलाया।
*अटल वो जो जिसने कहा था ये सत्ता का खेल तो चलेगा..सरकारें आएंगी जाएंगी. पार्टियां बनेंगी बिगड़ेंगी. मगर ये देश रहना चाहिए. इस देश का लोकतंत्र अमर रहना चाहिए .’ आज अटल जी भी सारे देश वासियो के लिए अमर है वे एक ऐसा भारत चाहते थे  जो भूख, भय, निरक्षरता और अभाव से मुक्त हो। आज ऐसी महान शख्सियत हमारे बीच नही रही है आज एक शायरी भी उनके लिए ठीक बैठती है कि  "रौनक होगी आज भगवान के दरबार में, एक फरिश्ता पहुंचा है जमीं से आसमान में"।
अटल जी अटल थे, अटल है और अटल ही रहेंगे।

शत शत नमन वंदन 🙏 विनम्र श्रद्धांजलि

मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं, 
ज़िन्दगी सिलसिला, आज कल की नहीं। 

मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं, 
लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूं? 
- अटल जी

       ॐ शांति ॐ शांति

Thursday 2 August 2018

चैलेंजेस को पूरा करे अपनी ज़िंदगी बनाने न कि खत्म करने

चैलेंज नाम सुनकर ही एक अलग तरह की ऊर्जा को महसूस करना,, चैलेंज यानी चुनौती स्वीकार करना व उसे पूरा करना।  किसी भी इंसान को जब चेलेंज दिया जाता है या तो वो उसे पूरा करता है। या फिर उसमे नाकामयाब होता है। वैसे तो चैलेंजेस इंसान की जिंदगी बनाते है और एक जिन्दगी का अहम हिस्सा भी बन जाते है। कुछ लोग चैलेंजेस से सीखते है कुछ लोग बन जाते है। वैसे तो चैलेंज का नाम सुनकर लोग जोश उत्साह में आ जाते है पर यदि , अगर वही चैलेंज आपकी जान के लिए खतरनाक साबित हो या जानलेवा ही बन जाये तो क्या वो चैलेंज होगा या फिर हम कहे कि ज़िन्दगी के साथ पने एक खेल खेला।
आजकल सोशल मीडिया पर  एक दूसरे को चैलेंज देने का ट्रेंड जोरो से है। पहले आइस बकेट चैलेंज - बर्फ से भरी बाल्टी को अपने सिर पर उड़ेलना । उसके बाद ब्लू वेल गेम चैलेंज जिसने भारत के साथ-साथ दुनियाभर में कई बच्चों की जान ले ली।  और अब एक नया ट्रेंड जिसका नाम "किकी चैलेंज" । कनेडियन हिप हॉप सुपरस्टार ड्रेक के लेटेस्ट ऐल्बम स्कॉर्पियन के हिट सॉन्ग ‘इन माय फीलिंग’ पर शुरू हुआ यह ‘किकी चैलेंज’  दुनियाभर में वायरल हो गया है आम लोगो के साथ साथ सिलेब्रिटीज तक इस चैलेंज को पूरा कर रहे है।  चलती गाड़ी से उतरकर गाड़ी का दरवाजा खुला रखकर और फिर ड्रेक के पॉप्युलर सॉन्‍ग ‘किकी डू यू लव मी’ की धुन पर चलती गाड़ी के साथ डांस करना अगर हम इसे ज़िन्दगी के साथ एक खेल कहे तो यह गलत नही होगा।  30 जून को अमेरिका के कमीडियन शॉकर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपना एक विडियो पोस्ट किया था जिसमें वह ‘किकी डू यू लव मी’की धुन पर डांस करते हुए नजर आये। इसके बाद तो दुनियाभर में लोगों के बीच यह किकी चैलेंज वायरल हो गया और अब हर कोई इसे ट्रेंड बनाकर अपनी ज़िंदगी को दांव पर लगा रहा है। छोटे बच्चो से लेकर युवा पीढ़ी यह तक ही महिलाएं भी इसमें शामिल है।  इसके पहले भी आइस बकेट और ब्लू वेल गेम जैसे चैलेंज से बच्चो से लेकर युवा पीढ़ी व महिलाए भी अपनी जान गंवा बैठे है और अब यह एक नया चैलेंज।

इस किकी सॉन्ग के चैलेंज के चलते रोड में चलती कार से उतरकर डांस करना फिर वापस कार में बैठना जिससे कई लोग अपनी जान गंवा बैठे है और कई लोग सड़क पर हादसे से चोट लगा बैठे है मिस्त्र, जॉर्डन और यूएई जैसे देशों में यह किकी चैलेंज पूरी तरह से बैन हो चुका है दुबई और अबू धाबी जैसे शहरों में तो इस चैलेंज को करने वालों को गिरफ्तार कर जेल तक भेजा जा रहा है। भारत में  मुंबई पुलिस, बेंगलुरु, चंडीगढ़, यूपी, दिल्ली पुलिस ने भी इस पर चिंता जताते हुए लोगो से और उनके बच्चों से अपील की और इस तरह के चैलेंज से दूर रहने कहा है साथ ही पुलिस लोगों से अपील कर रही है कि उन्हें सड़क की बजाए डांस फ्लोर पर डांस करना चाहिए। माना चैलेंज का नाम सुनकर लोगो के दिलो दिमाग में जोश एक ऊर्जा आती है पर ऐसे चैलेंजेस को अपनाये और  पूरा करे जिससे आपकी ज़िंदगी बनती हो न कि जिन्दगी बिगड़ती या खत्म होती हो। आइस बकेट, ब्लू वेल गेम, किकी चैलेंज इस तरह के चैलेंजेस खतरनाक है जिन्दगी के लिए।

"आपकी जिन्दगी आपके हाथों में है इसे सवांरे न कि गंवाए"
   ~ Meriaankhonse

Wednesday 29 November 2017

सलाम "विराट"

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और दुनिया के एक बेहतरीन खिलाड़ी 'विराट कोहली' को सलाम है, विराट कोहली एक ऐसा नाम जो आज खुद में एक ब्राण्ड बन चुका है, न किसी नाम का मोहताज और न ही किसी पहचान के मोहताज है, विराट आज लाखो करोड़ो बच्चों के रोल मॉडल है, हर कोई उनके जैसा बनना चाहता है और क्यों ने बने बात ही कुछ ऐसी है उनमें !
    विराट कोहली आज जिस मुक़ाम में है सिर्फ अपनी मेहनत के दम पर, खेल के प्रति उनकी लगन, मेहनत, खेल के प्रति उनका जुनून, खेल के लिए हमेशा समर्पित रहना , जोश बरकार रखना, जीतने की चाह उनके अंदर दिखती है, इसीलिए बाकी खिलाड़ियों से बिल्कुल अलग है विराट , विराट की मेहनत और लगन अपने आप मे उनको अलग बनाती है और मैदान में भी उनके खेल से दिखती है ,अपने आप को फिट रखना दुसरो को भी प्रोत्साहित करना यह विराट की खूबी है और करोड़ो लोगो के इसीलिए भी ये रोल मॉडल है विराट कहते है आप जो भी करे उससे प्यार करे, और ईमानदारी के साथ उसे करे दिल से !
   विराट कोहली आज जिस शिखर पर है, एक रुतबा है उनका क्रिकेट जगत में, जिस बुलंदियों को वे छू रहे है, कई मकाम हासिल किये है, बहुत ही गौरव प्रदान किया है गर्व महसूस कराया है, बदल रख दिया है भारतीय क्रिकेट को, 9 साल के एक छोटे से करियर में आज बहुत कुछ हासिल कर लिया है उन्होंने , कई सारी उपलब्धियां पा ली है और सिर्फ अपनी मेहनत के दम पर, अपने खेल के दम पर, बहुत मेहनत करते है अपने ऊपर अपने खेल के ऊपर और इसका असर भी दिखता है, भारतीय टीम में काफी कुछ विराट ने बदला है। फ़िटनेस का एक दौर लेके आये है अपनी कप्तानी में जो कि भारतीय खिलाड़ियों में भी दिखाई देता है जब वे मैदान में होते है तो !
      विराट के छोटे से 9 साल कॅरियर में उनको बहुत बड़ा खिलाड़ी बना दिया है ,विराट कोहली सीरीज़ दर सीरीज़ नए रिकॉर्ड अपने नाम कर रहे हैं , 202 वनडे मैच में 55.74 की औसत के साथ 9030 रन बनाए है विराट ने अब तक जिसमे 45 अर्धशतक और 32 शतक शामिल है, टेस्ट मैचों की बात करे तो 62 टेस्ट में 4975 रन जिसमे 14 अर्ध शतक और 19 शतक शामिल है , वही टी20 में 55 मैचों में 1956 रन जो कि अब तक किसी भारतीय खिलाड़ी के सबसे ज्यादा रन है ! "विराट" दुनिया के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी है जो कि तीनों फार्मेट में 50 से ज्यादा की औसत कायम रखे हुए है आईपीएल में भी एक सीजन में 4शतक का रिकॉर्ड इनके नाम है 4हज़ार से ज्यादा रन 50 की औसत साथ पहले खिलाड़ी है
वनडे में 32 शतकों के साथ दूसरे पायदान में है विराट,और अगर उनके international  कैरियर की बात करे तो 51 शतक अबतक बना चुके है ! 
टेस्ट क्रिकेट में अभी उन्होंने 5 दोहरे शतक के साथ ब्रायन लारा के रिकॉर्ड की बराबरी की जो कि अभी आने वाले समय में टूट कर आगे भी जा सकता है, कई बार लोग सचिन के साथ विराट की तुलना करते है सचिन के रिकॉर्ड के बराबरी या तोडने पर देखा गया है, इस संदर्भ में विराट साफ कहते है कि सचिन हमेशा से मेरे आइडल हीरो रहे है उनको देखकर मेने खेलना शुरू किया, में उनके जैसा कभी नही बन सकता ! लेकिन विराट भी अपने आप मे बड़े खिलाड़ी है सचिन,डॉन ब्रेडमैन जैसे कई बड़े बड़े दिग्गज खिलाड़ी उनकी बैटिंग के कायल है और तारीफ करते नही थकते है, हर कोई उनका फैन है
    कोहली की खासियत है कि वह अपनी फॉर्म को हमेशा बरकार रखते है, कप्तानी का ज़रा भी दबाब उन पर नही दिखता है बल्कि और वे निखरके सामने आते है इसका सबसे बड़ा उदाहरण दो साल में उनकी बल्लेबाजी और टीम इंडिया के खेल के तीनो फार्मेट में सफलता है "विराट"की कप्तानी में टीम इंडिया ने कई सारे मुकाम हासिल किए है और आगे भी करती रहेगी, विराट टीम को दुनिया मे ऐसे मुकाम मे पुहचाने की क्षमता रखते है जहाँ तक अभी इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका की टीमें नही पुहंच पाई है ! 
    "विराट खेल के साथ साथ एक बहुत अच्छे इंसान भी है, विराट ने एक नई सोच के साथ पहल चालू की है जिसमे उनका विराट कोहली फाउंडेशन जो बच्चे पढ़ नई पाते या खेल नई पाते उनकी मदद करता है, ओल्ड एज होम विराट ने खोला है, 'स्पोर्ट्स को एक नए मकाम तक पुहचाने स्पोर्ट्स को ऊपर उठाने के लिए इंडियन स्पोर्ट्स ऑनर्स की सोच लाये है,जिससे सारे स्पोर्ट्स का नाम दुनिया मे हो लोग पहचाने ! स्पोर्टस के स्तर बढ़े यह विराट की सोच है सलाम है विराट की सोच को जो वो कर रहे है और करते आये है आज इज्जत और बढ़ गई है उनके के लिए गर्व महसूस करता हु की उनका फैन हु जीते जी ज़रूर मिलना चाहूंगा एक बार ! कुछ निरखते है , कुछ बिखरते है, लेकिन विराट बरसते है 
    इंसान नही फरिश्ता है वो, जो दूसरों के लिए जिया हैं.!!!
लोग तो करते है सिर्फ़ अपने घर को  रोशन जमाने मे..!!!
विराट कोहली वो चिराग है जिसने हिन्दुस्तान को रोशन किया है..!!!!
विराट कोहली के नेतृत्व में सफलता के सोपान छुए टीम इंडिया , ऐसी में कामना करता हु, बधाई हो विराट

Friday 17 November 2017

"पद्मावती" एक नया मुद्दा

जी हा कुछ दिनों से एक नया मुद्दा मिल गया है लोगो को संजय लीला भंसाली की फ़िल्म" पद्मावती" लोगो की अलग अलग प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है, जहा एक ओर राजस्थान और अन्य शहरों में इस फ़िल्म को लेकर आंदोलन देखने को मिल रहा है राजपूतो की ओर से की उनका कहना है कि फ़िल्म में राजपूतो की भावनाओ को ठेस पहुंचाई गई है  पद्मावती महारानी के इतिहास को लेकर गलत दृश्य दिखाए गए है , वही दूसरी तरफ मीडिया जगत के बड़े बड़े पत्रकार और बॉलीवुड के अभिनेताओ का फ़िल्म को समर्थन मिल रहा है !
      राजस्थान में फ़िल्म को लेकर चल रहे आन्दोलन व विवाद में अब महिला वर्ग भी शामिल हो रहा है। करणी सेना आंदोलन कर रही है। शहरो में नुकसान किया जा रहा है , इसी बीच करणी सेना के बयान आते है कि संजय लीला भंसाली का गला काटने वाले को 5 करोड़ इनाम, दीपिका को लेकर बयान की नाक काट देंगे , बीजेपी की तरफ से फ़िल्म में रोक लगा दी जाती है, जनता के साथ राजनीति भी हमेशा बीच मे आती है ! 
    मैने एक न्यूज चेंनल mirror now ओर साथ ही aaj tak में देखा कि एक सवाल किया गया नेताओ से की जब महिलाओ के साथ कुछ होता है या गलत घटना घटती है तब ये पार्टिया औऱ जनता सड़को में नही आती न आंदोलन करती है , और एक फ़िल्म को लेकर इतना कुछ दीपिका को लेकर गलत शब्द का प्रयोग औऱ बयान ! ये हो क्या रहा है देश मे एक फ़िल्म को फ़िल्म के तौर पर ले न कि राजनीति करे!
      फ़िल्म के बारे में कहा जा रहा है कि फ़िल्म में इतिहास को गलत बताया है, इतिहास से छेड़छाड़ की गई है, जिनको रानी पद्मावती अलाउदीन खिलजी का इतिहास नही पता वो लोग भी प्रतिक्रिया दे रहे है , राजनीति कर रहे है ! में उन लोग से यही कहना चाहूंगा कि पहले भी पद्मनी जैसी फ़िल्म बनी है, और पद्मावती रानी के ऊपर फिल्मे बनाई गई है पहले तो कुछ नही हुआ फिर अब क्यों ?
     रजत शर्मा जी का मैने शो देखा पद्मावती के लिए aajkibat special  उस शो में बड़े बड़े पत्रकार और बड़े बड़े लोगो ने यही कहा फ़िल्म को देखने के बाद कि संजय लीला भंसाली ने एक भी ऐसा दृश्य नही डाला फ़िल्म में जिससे राजपूतो के इतिहास या रानी पद्मावती के इतिहास को गलत बताया हो, बल्कि दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह , शाहिद कपूर की एक्टिंग की जमकर तारीफ की हैं ! 
   करणी सेना और जो लोग फ़िल्म को लेकर गलत सवाल उठा रहे है उन लोगो को एक बार फ़िल्म देखनी चाहिए, रजत शर्मा जी का भी यहीं कहना है कि करणी सेना के 4 5 सदस्य को लगता है कि गलत दिखया गया है तो वो फ़िल्म देखे साथ मे, न कि देश मे आंदोलन जैसे गलत हालात या नुकसान करना चाहिये, में भी एक राजपूत हु इतना कहूंगा फिल्मे जोड़ने के लिए बनाई जाती है समाज मे ज्ञान के लिए न कि तोड़ने के लिए ! फिल्मो को फिल्मो की तरह ले न कि उस पर राजीनतिक टिप्पणी करे ! 🙏

Wednesday 8 November 2017

एक बार फिर कहूंगा कितना आसान सा है सब कुछ !

पहले भी कहा है और लिखा है सोचता हूं कि कितना आसान सा है ना सब कुछ ! जी हाँ भोपाल में हुई घटना ने फिर एक बार ये साबित किया है कि महिलाओं बेटियो के साथ बलात्कार करना छेड़खानी करना कितना आसान सा कदम हो गया है या कितना आसान बना दिया है इंसान ने हैवानियत को !
भोपाल में हुई यह शर्मशार घटना ने एक बार फिर बता दिया कि सब कुछ आसान है, देश मे क्या हालात हो रहे है। एक 19 साल की लड़की के साथ खुली सड़क में छेड़खानी हो जाती है बलात्कार कर दिया जाता है और सरकार या कानून उसपे कोई एक्शन नही लेता है मुख्यमंत्री जी ने हालांकि कुछ अफसरों के तबादले ज़रूर किये पर क्या ये तबादले उस 19 साल की लड़की को न्याय दिला पाये या उसकी मदद कर पाए ! जी नही ,
उस लड़की की ज़िंदगी के साथ बीच सड़क में यह शर्मसार घटना की गई, ऊपर से कुछ अफसर के बयान आते है कि मेरा सर दर्द हो गया यह बताते बताते की घटना कैसे हुई क्या क्या हुआ , क्या ऐसे बयान सही है, अगर आप के घर की बेटी के साथ ऐसा हुआ होता तब भी आप ऐसा बोलते जी नही , नही चाहिए ऐसे अफसर जो कि ऐसे बयान देते है, वेसे तो सरकार बड़ी बड़ी योजनायें चलाती है, बेटी बचाओ, महिला शशक्तिकरण, और अन्य योजनायें जो कि महिलाओं के हितों में होती है ! परन्तु जब एक बेटी या महिला की इज्जत मे हाथ डाला जाता है, बलात्कार जैसे केस सामने आते है तब सरकार कहा चली जाती है ! तब सरकार को ये बेटिया याद नही आती !
     बी एच् यु में हाली में लड़की के साथ छेडखानी(molestation) का शिकार हो जाती है, भोपाल में लड़की के साथ बीच सड़क में रेप हो जाता है, आखिर कब तक चलेगा ऐसा कब तक !  कितने केस होते है ना जाने औऱ न इंसाफ मिलता है ना कुछ करवाई होती है, और होती भी है तो सालो लग जाते है , पर क्या कोई उस बेटी या महिला के बारे में सोचता है की उसकी जिंदगी क्या हो जाती है एक सोसायटी के सामने या दुनिया के सामने ! दूसरे देशों में तो बलात्कार जैसे मुद्दो में सीधे फांसी की सजा या मृत्यु की सज़ा दे दी जाती है परन्तु हमारे देश में क्यों नही , सरकार कहती है जब बेटी की होगी प्रगति, घर की होगी  सर्वोन्नति। लेकिन जब बेटी ही नही रहेगी तो कैसे होगी प्रगति !
बस यही अपील करूँगा की ऐसा करने वालो के ऊपर सीधे कड़ी करवाई होनी चाहिए, ओर जो बलात्कार जैसे केस सामने आते है उनमें सीधे फाँसी दी जानी चाहिये ! क्योंकि ऐसे लोगो की दुनिया मे कोई जगह नही है, और जो लोग ऐसा करते है वो ये भूल जाते है कल को कोई उनकी लड़की के साथ भी ऐसा कर सकता है या हो सकता है!🙏 #stopthisshame 

रोहित में कुछ बात ही अलग है..

क्रिकेट की जब भी बात आती है तो हमारे देश मे क्रिकेट को पूजा जाता है। लोगो की भावनायें इससे जुड़ी होती है। एक तरफ गुस्सा तो एक तरफ प्यार भी आ...